बेहिसाब सी है ये जिंदगी लेकिन हर रोज हिसाब मांगती है। बेहिसाब सी है ये जिंदगी लेकिन हर रोज हिसाब मांगती है।
दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, तुमने तो दिन-रात करते करते दमन, हत्या ही कर दी तुमने मेरी उमंगों की, मेरे अरमानों की, ...
क्या निभाऊं जिम्मेदारी, ससुराल का एहसास मिला नहीं। क्या निभाऊं जिम्मेदारी, ससुराल का एहसास मिला नहीं।
जुर्म के जलजले, सहते रहोगे कब तलक।। जुर्म के जलजले, सहते रहोगे कब तलक।।
इसके लिए उम्मीदों को कभी-कभी दरकिनार कीजिए ! इसके लिए उम्मीदों को कभी-कभी दरकिनार कीजिए !
चंद पलों की मोहलत भी साथ अपने लाना मैंने बातों का पुलिन्दा फैला रखा है चंद पलों की मोहलत भी साथ अपने लाना मैंने बातों का पुलिन्दा फैला रखा है